Tere Jaane Ke Baad

silhouette of a man sitting
जाने क्या क्या गुज़रती है दिल पे,
जब तुम आ जाती हो नज़रों के सामने,
कह भी नहीं पाते,
और बयान करने को अलफ़ाज़ नहीं मिलते,

तुम पे कोई हक़ भी नहीं,
ना ही तुम से कोई रिश्ता है,
पर जब तुम दूर जाती हो,
गुमसुम सा दिल लिए फिरते हैं,

अब ये आलम है की,
खुद का हाल पूछता हूँ,
तेरे आने से पहले और
तेरे जाने के बाद…
-N2S
26092015

Nazarein

A metro compartment
ऐसे जो तुम्हारी नज़रें मुझ पे रुकी हैं,
और फिर मुझसे नज़रें मिलने पे इधर उधर देखने लगी हैं,
कुछ कहना है क्या इन्हे या बस ये ऐसे ही शरारती हैं,
छूने की जरुरत भी नहीं,
ये नज़रों की मोहब्बत है, इन्हे जिस्मों की जरुरत नहीं,
तुम बैठे रहो ऐसे ही,
इन लम्हों की खातिर, थोड़ी देरी ही सही,

फिर चली जाओगी तुम अपने रास्ते, बिना कुछ कहे,
और जो मेरी नज़रें तुम्हारे साथ चलने लगे,
अलविदा कहने,
मैं कुछ नहीं कहूंगा, तुम भी कुछ न कहना,
मुड़कर बस एक बार, मुस्कुराकर इस मुलाक़ात को यूँही इसी
हसीन मोड़ पर ख़त्म कर देना…
-N2S
17122019

Tum Bin

Man looking at night sky
रात है, तारे भी हैं,
बस एक तुम नहीं,
दिल में इंतज़ार है, बेचैनी भी,
बस एक तेरी खबर नहीं,
तेरी फ़िक्र भी, कर लेता वक़्त बेवक़्त तेरा जिक्र भी,
बस मेरी पूछ लेता कोई नहीं,

तुम हसीन, तुम सही भी,
मैं गलत, मुझ में कमियां बेहिसाब कई,
अब सोच लिया की नहीं दूंगा तुझे अपनी मोहब्बत के सबूत,
जाओ तुम भी जाओ,
मैं तनहा जी लूंगा यूँही,
पर जो तुम जाओ, बस एक गुज़ारिश है तुमसे करनी,
ये दिल ले जाना निकाल के मेरा,
के तुम बिन ये कम्बख्त धड़कता नहीं…
-N2S
18122015

Mere Dil Ki Manzil

man sits near ocean

अलफ़ाज़ मेरे बेकरार रहते हैं तुम तक पहुँचने को,
उन्हें सुनकर उनको थोड़ी एहमियत दे दो,
थोड़ा सब्र मिले मेरी बेचैन आँखों को,
तुम इन्हे अपनी फिर एक झलक दे दो,
माना की ज़िन्दगी के सफर में हँसीन बड़े मिले,
इस आवारा दिल के किरायेदार बड़े मिले,
पर किस्मत से हमेशा यही माँगा,
मुझे बस तुम्हे दे दो,

जिस मासूमियत से इसने तुम्हे चाहा,
ये दिल किसी और को यूँ कभी न चाहेगा,
मुझे किसी और को देकर उसकी किस्मत में बेवफाई न लिख दो,
माना उसकी मोहब्बत थोड़ी अबोध सी है,
उसे जताना नहीं आता, थोड़ी नासमझ सी है,
उसे है इल्म इस बात का की उसमे ही मिलेंगी मेरी सारी ख्वाहिशें,
पर ये हिसाब करने की फितरत तो मेरे मन की है,
तुम से है बस गुज़ारिश इतनी,
मेरे पास आकर मेरे दिल को उसकी मंज़िल दे दो…
-N2S
22102016